छत्तीसगढ़ SIR: फर्जी वोटर ID वालों पर सख्त कार्रवाई शुरू
छत्तीसगढ़ SIR : फर्जी वोटर आईडी बनाने वालों पर बड़ी कार्रवाई, SIR में मिले संदिग्ध नामों पर सख्त रुख छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के दौरान पाए गए संदिग्ध और संभावित फर्जी नामों पर राज्य सरकार ने कठोर कार्रवाई का निर्णय लिया है। गृह मंत्री और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची की शुचिता और पारदर्शिता से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जाएगा।
सरकार ने घोषणा की है कि 2003 की मूल मतदाता सूची में जिन लोगों या उनके किसी भी परिवारिक सदस्य का नाम शामिल नहीं है, ऐसे संदिग्ध व्यक्तियों के खिलाफ विदेशी अधिनियम और अवैध प्रवासी अधिनियम के तहत कठोर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए जाएंगे और जेल भेजने में भी हिचक नहीं की जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षों से निवासरत वैध नागरिकों के परिवारों का नाम मतदाता सूची में अवश्य मिलता है। यदि किसी का रिकॉर्ड नहीं है, तो उनके दस्तावेज, मूल निवास और नागरिकता की गहन जांच होगी। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।उन्होंने स्पष्ट कहा कि SIR का उद्देश्य केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं बल्कि देश के संसाधनों और नागरिक अधिकारों की रक्षा करना है।
SIR प्रक्रिया की महत्वपूर्ण तिथियाँ
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घर-घर गणना: 4 नवंबर – 4 दिसंबर
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ड्राफ्ट सूची जारी: 9 दिसंबर
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दावा–आपत्ति: 9 दिसंबर – 8 जनवरी 2026
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सुनवाई–सत्यापन: 9 दिसंबर – 31 जनवरी 2026
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अंतिम मतदाता सूची जारी: 7 फरवरी 2026
वैध नागरिकों के लिए राहत
सरकार ने स्पष्ट किया कि वैध नागरिकों को बिल्कुल चिंता करने की जरूरत नहीं है। बीएलओ लगातार घर-घर जाकर आवेदन भरवा रहे हैं और ऑनलाइन विकल्प भी उपलब्ध हैं।
केवल फर्जी पहचान बनाने वाले और अवैध रूप से मतदाता सूची में शामिल होने वालों के खिलाफ ही कार्रवाई होगी।
सहायता कैसे प्राप्त करें?
चुनाव आयोग ने नई सेवा “Book a Call with BLO” शुरू की है।
कोई भी व्यक्ति अपने STD कोड के साथ 1950 पर कॉल कर जानकारी ले सकता है।
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